प्रकाशन

दृक्सिद्धं श्रीजगन्नाथ-पञ्चाङ्गम्

विगत 18 वर्षों से प्रकाशित (ISSN- 2320-3501)

भास्करोदय:

अखिल भारत की एकमात्र देवनागरी लिपि तथा संस्कृत भाषा की ज्योतिष पत्रिका (ISSN- 2278-0815)

 

वैजयंती नाम पञ्चांगणितम

 

 

श्री सत्यनारायणव्रतकथापूजनविधि

 

 

कालज्ञानम

 

गोल्परिभाषा

 

 

भारतीयकुण्डलीमीमांसा